Nationalization of Banks || बैंको का राष्ट्रीयकरण क्या था, क्यों हुआ
बैंको का निजीकरण वर्तमान में एक बड़ा मुद्दा है सरकार अपनी हिसेदारी बेचना चाहती है और संस्थाये बचाना चाहती है, पर इससे भी पहले जो समझना जरूरी है वह है बैंको राष्ट्रीयकरण / Nationalization … क्या क्यों कैसे—-?
वर्तमान में देश मे 12 सरकारी, 22 प्राईवेट, 11 छोटे वित्तीय बैंक, 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक है, पर एक समय था आजादी के बाद का समय जब देश मे एक भी सरकारी बैंक नहीं था और ना ही बैंको का बड़े शहरो से बाहर विस्तार था, इसलिये आज बैंको के राष्ट्रीयकरण से जुड़े सभी बिंदुओं क्या, क्यों कैसे को समझेगें
बैंको का राष्ट्रीयकरण / Nationalization क्या था
19 जुलाई 1969 को देश के 14 बड़े बैंको का राष्ट्रीकरण किया गया था, ये देश में निजी क्षेत्र के वो बड़े बैंक थे जिनकी पूंजी 50 करोड़ से ज्यादा थी
उसके बाद 15 अप्रेल 1980 को 200 करोड़ से अधिक की पूंजी वाले 6 बैंको का फिर से राष्ट्रीयकरण किया गया और इसी के साथ कुल राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या 20 हो गई थी
हालांकि बाद में कुछ बैंको का आपस मे विलय किया गया जिसके बाद वर्तमान में 11 सरकारी बैंक है
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बैंको का राष्ट्रीयकरण क्यों हुआ
- जब 1947 में देश आजाद हुआ तो बैंकिंग कोई बड़ा सेक्टर नहीं था हालांकि यह नहीं है कि उस समय बैंक नहीं थे लेकिन उस समय के सारे बैंक निजी क्षेत्र के बैंक थे और उन बैंकों का क्षेत्र सिर्फ शहरों तक ही सीमित था, जहां-जहां अंग्रेजी शासन मजबूत था वहां वहां आधुनिक बैंक खुले जैसे बॉम्बे मद्रास कोलकाता आदि लेकिन ग्रामीण इलाके बैंकों से बिल्कुल वंचित थे
- एक और बड़ी समस्या थी नियमन का अभाव, निजी क्षेत्र के बैंक खुलते और अपने तरीके से बैंक सेवाएं देते हैं लोग जीवन भर की पूंजी उसमें जमा करते और फिर किसी वजह से बैंक डूब जाता, RBI की एक रिपोर्ट के अनुसार सन् 1947 से लेकर 1955 तक 361 बार बैंक डूबे और बैंकों के साथ में डूबा लोगों का भरोसा और पूंजी
- एक और कारण यह भी था की 1969 के आते-आते सरकार को यह समझ में आने लगा था कि निजी क्षेत्र के बैंक सामाजिक कार्यों में सहायता नहीं कर रहे थे, बताते हैं कि उस समय 14 बड़े बैंकों के पास देश की 70 फ़ीसदी पूंजी थी और इस जमा पूंजी का निवेश सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में किया जा रहा था जहां लाभ के अवसर अधिक थे वही सरकार चाह रही थी की इस पूंजी को कृषि, लघु उद्योग और निर्यात में निवेश किया जाये
- बस ये ही कारण थे कि सरकार को अध्यादेश निकालकर एक साथ 14 बड़े बैंको का राष्ट्रीकरण कर दिया
बैंको का राष्ट्रीकरण / Nationalization कैसे हुआ
19जुलाई 1969 तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक अध्यादेश निकालकर एक साथ 14 बैंको का राष्ट्रीयकरण कर दिया फिर 1970 में इसे कानून बना दिया गया,
फिर इसी तरह 15 अप्रेल 1980 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने 200 करोड़ से ऊपर की पूँजी वाली 6 बैंको का और राष्ट्रीयकरण कर दिया, इसके साथ ही देश मे राष्ट्रीकृत बैंको की संख्या 20 हो गई
बैंको का विलय
सन 1993 में न्यू बैंक ऑफ इंडिया का PNB में विलय किया गया जिसकी बाद सरकारी बैंकों की संख्या 19 रही, साल 2019-20 में एक बार फिर से 13 बैंको को आपस में विलय कर के 5 बैंक बनाये जाने के बाद सरकारी बैंकों की संख्या 11 रह गई
वर्तमान सरकारी बैंकों की लिस्ट
01_ State Bank of India
02_ Central Bank of India
03_ Bank of India
04_ Punjab National Bank
05_ Bank of Baroda
06_ Bank of Maharashtra
07_ Canara Bank
08_ Union Bank of India
09_ Indian Overseas Bank
10_ UCO Bank
11_ Punjab and Sind Bank
12_ Indian Bank
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